उठो, जागो और ध्येय प्राप्ति तक लगे रहो



           सुशांत सिंह राजपूत ऐसे अभिनेता में गिने जाते है जिन्होंने काफी कम समय में अपना नाम कमाया। फ़िल्म इंडस्ट्री में खुद की अलग पहचान बनाई। सुशांत सिंह राजपूत का फ़िल्मी सफ़र काफी रोचक है। उन्होंने सबसे पहले करियर की शुरुवात छोटे पडदे पर की। बहुत से अभिनेता ऐसे होते जो बड़े पडदे पर करियर की शुरुवात करते है। मगर सुशांत सिंह राजपूत के करियर की शुरुवात बिलकूल ही अलग है। उन्होंने सबसे पहले टीवी पर काम किया।

सुशांत सिंह राजपूत की व्यक्तिगत जीवन:

         सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी 1986 को पटना शहर (भारत) में हुआ। उनके पिताजी के के सिंह सरकारी अफसर थे। उन्हें चार बहने है। उनकी माँ का 2002 में स्वर्गवास हो गया था। सुशांत सिंह राजपूत ने पटना के करेंस हाई स्कूल में पढाई की और आगे की पढाई दिल्ली के कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल में की। उन्होंने दिल्ली में दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। अभी इस कॉलेज को दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी कहा जाता है।


सुशांत सिंह राजपूत का करियर:


      जब सुशांत सिंह राजपूत दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे तो उन्होंने शियामक दावर के डांस क्लास में दाखिला लिया था। क्लास ज्वाइन करने के बाद ही उनके दिमाग में खयाल आया की उन्हें एक्टिंग में करियर करना चाहिए। क्यों की जिस क्लास में वो डांस सिख रहे थे वहा के कुछ छात्र बारी जॉन के ड्रामा क्लास में भी जाते थे। उन छात्रों का प्रभाव सुशांत सिंह पर भी पड़ा और उन्होंने भी उस क्लास में जाना शुरू कर दिया।

वहापर उन्हें समझ में आया की वो बहुत ही अच्छी तरह से एक्टिंग कर सकते है और उन्हें एक्टिंग करना पसंद भी आ रहा था।

कुछ महीनो के भीतर उन्हें दावर के अच्छे डांस ग्रुप में शामिल किया गया। 2005 में जो 51 वा फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह हुआ था उसमे बैकग्राउंड डांसर्स के ग्रुप में सुशांत राजपूत भी थे। 2006 के कॉमनवेल्थ क्रीडा स्पर्धा का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में किया गया था। उसमे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उसमे भी राजपूत को शामिल किया गया था।

उस वक्त वो अपनी इंजीनियरिंग की पढाई कर के काफी थक चुके थे और साथ ही पेपर में फ़ैल हो गए थे और पढाई में उनका मन भी नहीं लग रहा था। मगर उसी समय डांस और ड्रामा में उनकी रुची बढती ही जा रही थी। तभी उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ने का फैसला लिया और पूरी तरह से डासिंग और एक्टिंग पर ध्यान देना शुरू कर दिया था।

फिल्मो में काम करने के लिए सुशांत मुंबई चले गए और वहा के नादिरा बब्बर के ‘एकजुट’ थिएटर में ढाई साल काम किया। उस दौरान उन्होंने टीवी पर नेस्ले मंच के विज्ञापन में काम किया। वो विज्ञापन पुरे देश में बहुत मशहूर हो गया था।

2008 में सुशांत एकजुट थिएटर के ड्रामा में एक्टिंग कर रहे थे तभी ‘बालाजी टेलेफिल्म्स’ की टीम ने उन्हें एक्टिंग करते हुए देखा था और सभी काफी प्रभावित भी हुए थे। उन्होंने कुछ दिन बाद ही राजपुत को ऑडिशन के लिए भी बुला लिया था और उन्हें ‘किस देश में है मेरा दिल’ शो में प्रीत जुनेजा का किरदार निभाने का मौका मिला था।

मगर जिस किरदार को उन्होंने निभाया था वो उस शो में बहुत ही जल्द मर जाता है। मगर उस शो में उनका किरदार लोगो को इतना पसंद आया की उन्हें उस शो के फिनाले मे आत्मा के रूप में फिर से बुलाया गया था। उनके इस कामयाबी को देखकर उनके घर के लोग भी काफी खुश थे।

पवित्र रिश्ता जैसी मशहूर सीरियल में उन्होंने अहम किरदार निभाया था। इस सीरियल की वजह से वो काफी प्रसिद्ध हुए और उन्हें फिल्मो में जाने का रास्ता भी इस सीरियल के माध्यम से ही मिल सका।

जून 2009 से सुशांत सिंह राजपूत ने पवित्र रिश्ता सीरियल में एक बहुत ही समझदार और गंभीर मानव देशमुख का किरदार निभाया था। इस सीरियल में जिस तरह से उन्होंने एक्टिंग की उसकी सभी ने बहुत तारीफ़ की। इस सीरियल में उन्होंने जो किरदार निभाया उसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार दिया गया और साथ ही सबसे मशहूर अभिनेता पुरस्कार से भी सम्म्नानित किया गया।

यहाँ से ही उनके नए जिंदगी की शुरुवात हुई जिसकी वजह से उनका फिल्मो में जाने का रास्ता साफ़ दिख रहा था।

मई 2010 में राजपूत ‘जरा नचके दिखा 2’ डांस रियलिटी शो में भी नजर आये थे। पवित्र रिश्ता सीरियल में उन्होंने साबित तो कर ही दिया था की वो एक अच्छे अभिनेता है मगर उन्हें डांस को ओर भी बेह्तर बनाना था इसीलिए उन्होंने डांस ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था।

जरा नच के दिखा शो में राजपुत मस्त कलंदर बॉयज टीम में थे। उन्होंने एक साथ “पवित्र रिश्ता” और जरा नचके दिखा 2 के लिए काम किया। मातृत्व दिवस के खास एपिसोड के लिए उनके टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया और उनकी माँ को श्रद्धांजलि दी।

दिसम्बर 2010 में उन्होंने ‘झलक दिखला जा 4’ डांस रियलिटी शो में भी हिस्सा लिया था। उस शो में उन्होंने कोरियोग्राफर शम्पा सोंथालिया के साथ में काम किया था। अक्टूबर 2010 में उन्होंने फ़िल्म मेकिंग का कोर्स करने के लिए परदेस जाना था इसीलिए उन्होंने “पवित्र रिश्ता” सीरियल को छोड़ देने का फैसला किया था।

अभिषेक कपूर की ‘काई पो चे’ फ़िल्म में काम करने के लिए राजपूत ने ऑडिशन दिया था और उस फ़िल्म में मुख्य किरदार निभाने के लिए उनका चयन भी किया गया था और उन्हें राजकुमार राव और अमित साध के साथ में काम करने का मौका भी मिला। चेतन भगत की नावेल 3 मिस्टेक ऑफ़ माय लाइफ पर आधारित इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई भी की थी।

राजपूत की दूसरी फ़िल्म “शुद्ध देसी रोमांस” में परिणिती चोपरा और वाणी कपूर नजर आयी थी। इस फ़िल्म को मनीष शर्मा ने निर्देशित किया था और इसका निर्माण यश राज फ़िल्म ने किया था। यह फ़िल्म लिव इन रिलेशनशिप पर आधारित थी और इसे राजस्थान के जयपुर में बनाया गया था।

सुशांत सिंह राजपूत को राजकुमार हिरानि की 2014 में रिलीज़ हुई ‘पीके’ फ़िल्म में आमिर खान और अनुष्का शर्मा के साथ काम करने का मौका मिला था। उनकी यह फ़िल्म बहुत सुपरहिट फ़िल्म साबित हुई थी और फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी कमाई भी की थी।

2016 में नीरज पांडे की भारतीय क्रिकेटर महेन्द्रसिंग धोनी के जीवन पर आधारित फ़िल्म ‘‘एम. एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’’ फ़िल्म में सुशांत सिंह राजपूत नजर आये थे। इस फिल्मे में उन्होंने भारतीय बल्लेबाज और टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी का अहम किरदार निभाया था।

बॉक्स ऑफिस पर यह फ़िल्म सुपरहिट हुई और 2016 में सबसे अधिक कमाई करनेवाली फ़िल्म में इस फ़िल्म को शामिल किया गया था।

इस फ़िल्म में उन्होंने इतना शानदार किरदार निभाया था की उसके लिए उन्हे ‘फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार’ के लिए नामित भी किया गया था।

जून 2017 में दिनेश विजन की ‘राबता’ फ़िल्म आयी थी। उस फ़िल्म में सुशांत सिंह राजपूत कृति सेनन के साथ नजर आये थे।

सुशांत सिंह राजपूत का निधन:


       लेकिन 14 जून 2020 को, महज 34 साल की उम्र में सुशांत सिंह राजपूत का आत्महत्या करना सभी को परेशान एवं हैरान कर गया। उनके प्रशंसक एवं बॉलीवुड जगत उनकी मौत की खबर से सदमे में चला गया है।

फिलहाल उनकी आत्महत्या की वजह डिप्रेशन बताई जा रही है। अभी तक उनकी मौत के बारे में कुछ भी खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन उनकी मौत की वजह जो भी रही हो, वे आज के युवाओं के लिए प्रेरणा हें, उन्होंने जिस तरह से अपने बिना किसी सपोर्ट के अपने बलबूते पर बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई वो वाकई तारीफ-ए काबिल है।

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने छोटे से जीवन सफर में यह साबित कर दिया कि अगर मंजिल को पाने की चाह हो और मजबूत हौसले हों तो, सफलता जरूर मिलती है।

सुशांत सिंह राजपूत जी को "तैयारी जीत नी" की पूरी टीम की तरफ से भावपूर्ण श्रद्धांजली।।

- Team Taiyari Jeet Ni

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