उठो, जागो और ध्येय प्राप्ति तक लगे रहो



          सहस्त्र के आखिर के दशक में अपने कामगिरी से भारत में सकारात्मकता का प्रतीक बना हुवा Cricketer मतलब Sachin Tendulkar – सचिन तेदुलकर. ‘God Of Cricket’ इस नाम जाने जानेवाले सचिन ने batting से असामान्य शक्ति और कमाल का परिश्रम इस के दमपर टेस्ट और वनडे में बहोत से जागतिक रिकार्ड्स बनाये।

पूरा नाम:       सचिन रमेश तेंदुलकर
जन्म:             24  एप्रिल, 1973
जन्मस्थान:    मुंबई
पिता:            रमेश तेंदुलकर
माता:            रजनी तेंदुलकर
विवाह:          अंजली के साथ

            सामान्य परिवार में बढे हुये सचिन ने अपनी शिक्षा मुंबई के शारदाश्रम विश्वविद्यालय में की। उनके भाई अजित तेंदुलकर इन्होंने बचपन में ही सचिन के अंदर के Cricketer को पहचानकर उन्हें सही से मार्गदर्शन किया। Cricket में के ‘द्रोणाचार्य’ रमाकांत आचरेकर इन्होंने सचिन को सक्षम शिक्षा दी। हँरिस शिल्ड मुकाबले में विनोद कांबली के साथ निजी 326 रन करते हुये 664 रनों की विक्रमी भागीदारी करने का पराक्रम किया और 15 साल की उम्र में वो मुंबई टीम में शामिल हुये।

           1990 में इंग्लड के दौरे में अपने टेस्ट कारकीर्द में की पहली Century (नाबाद 119) मारी और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण आफ्रिका यहाँ के दौरे में Century का सिलसिला चलता रहा। अपने पहले २१ टेस्ट सामने विदेश में ही खेलने वाले सचिन की 1992-93 में की इंगल्ड के  खिलाफ की टेस्ट मतलब भारत में पहली मॅच थी।

              महत्त्वपूर्ण बात ये है की शारजा में कोका कोला वर्ल्ड कप Oneday match के सेमी फायनल और फायनल में के सचिन के न भूलने वाले ये ऐसे parformance के वजह से ‘चमत्कार’ के रूप में सभी लोग सचिन की तरफ देखने लगे। उसका ये performance ‘डेझर्ट स्टॉर्म’ के नाम से मशहूर हुयी। उसके बाद दो दिन बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फायनल match में सचिन ने फिर एक बार 131 बॉल में 134 रन निकाल भारत को जीत दिला दी। इस मॅच के बाद ‘Cricket international’ इस पत्रिका ने भी उसका ‘दूसरा ब्रँडमन के रूप गौरव किया। और इतना ही नहीं तो खुद ब्रँडमन नही उसका स्वीकार किया।

             2005-06 के बिच ‘टेनिस एब्लो’ और कंधो के दर्द के वजह से सचिन परेशान थे। फिर भी अपने खेल में थोडासा Different करके उसने अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखी। जागतिक क्रिकेट के इतिहास में उसके सर्वाधिक 39 century 4 डबल century का समावेश होकर 248 नाबाद ये सर्वोच्च रन संख्या है। तो one day मॅच के प्रदर्शन में उसने सर्वाधिक मतलब 42 century लगाई और कुल 89 हाफ century की रजिस्टर हुयी है।

         सचिन के इस पुरे निरंतर खेल के वहज से उसको कप्तान किया गया लेकिन उसमे उसे सफलता नहीं मिली। लेकिन खेल के साथ साथ अपने व्यक्तिमत्व से सचिन ने दुनियाभर से प्रेम और आदर मिलने में सफलता प्राप्त की। महान कर्तुत्व हो के भी ego को सामने न लाते हमेशा संवेदनशील रहने वाले सचिन पूरी दुनिया के सामने एक मिसाइल बने। आज दुनिया में बढ़ो से लेकर बच्चे के जुबान पर क्रिकेट मतलब सचिन तेंदुलकर ये ही नाम रहता है।

Sachin Tendulkar Record:

1) मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ १०० वाँ शतक किया।

2) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने।

3) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा (१८००० से अधिक) रन बनाये।

4) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा ४९ शतक किये।

5) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय विश्व कप मुक़ाबलों में सबसे ज्यादा रन।

6) सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा (51) शतक

7) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ५ नवम्बर २००९ को १७५ रन की पारी मे एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में १७ हजार रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बने।

8) सचिन तेंदुलकर का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रनों का कीर्तिमान।

9) टेस्ट क्रिकेट १३००० रन बनने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर।

10) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज।

11) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच।

12) अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबलो में सबसे ज्यादा ३०००० रन बनाने का कीर्तिमान।

राष्ट्रीय सम्मान:

1) 1994 – अर्जुन पुरस्कार, खेल में उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा।
2) 1997-98 – राजीव गांधी खेल रत्न, खेल में उपलब्धि के लिए दिए गए भारत के सर्वोच्च सम्मान।
3) 1999 – पद्मश्री, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
4) 2001 – महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
5) 2008 – पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।
6) 2014 – भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।


Sachin Tendulkar Quotes:

          “क्रिकेट मेरा प्यार है और हारना मुझे नागवार गुजरता है, एक बार मैदान में दाखिल होने के बाद नजारा बदल जाता है और जितने को भूख हमेशा बनी रहती है”.

- Team Taiyari Jeet Ni

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